क्राईम

Raipur: पैसे दोगुने करने का झांसा देकर लोगों को चूना लगाने वाला चिटफंड डायरेक्टर अब पकड़ाया…..5 साल बाद लगा पुलिस के हाथ

रायपुर.  (Raipur) करोड़ो रूपये की ठगी करने वाला चिटफण्ड कंपनी का डायरेक्टर गौरंगो राय कोलकाता से गिरफ्तार हो गया है. आरोपी डायरेक्टर ने थाना तेलीबांधा क्षेत्र अंतर्गत वसुंधरा रियलकॉन चिटफंड नाम से कंपनी खोल रखा था. अब तक 500 पीड़ितों को सूचीबद्ध किया गया है। 500 पीड़ितों के अतिरिक्त और भी है अन्य पीड़ित जिनके द्वारा चिटफण्ड कंपनी में करोड़ों रूपये का निवेश किया गया है ।

जानकारी के मुताबिक मामला 2016 का है. आरोपी संदीप पोराई कंपनी का डायरेक्टर था। जो वर्तमान में फरार हैं। आरोपी संदीप पोराई का करोड़ो की सम्पत्ति एवं दो बड़े होटल होने की जानकारी प्राप्त हुई है।  आरोपी गौरंगो राय भी उक्त चिटफंड कंपनी में भागीदार है। आरोपी गौरंगो राय संदीप पोराई का सगा मामा है. आरोपी संदीप पोराई एवं गौरंगो राय ने अन्य डायरेक्टरों के साथ मिलकर करोड़ो रूपये की ठगी किया है। मामले के एक डायरेक्टर आशीष सरकार की मौत हो गई है. एक अन्य डायरेक्टर शहाबुद्दीन फरार है. कंपनी के नाम पर कोलकाता में मिली संपत्ति को चिन्हांकित कर उसकी कुर्की करने की प्रक्रिया जारी है. आरोपी के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 22/2016 धारा 420, 120 भादवि. निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 के अपराध दर्ज किया गया है. ।

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जानिए क्या है पूरा मामला

मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि प्रार्थी पवन कुमार झा निवासी दुलारी वाटिका गायत्री नगर तेलीबांधा सहित अन्य पीड़ितों ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया था. उन्होंने अपने शिकायत में कहा कि वसुंधरा रियलकॉन लिमिटेड़ कंपनी नामक चिटफण्ड कंपनी के संचालक संदीप पारोई एवं डायरेक्टर आशीष सरकार ने पीड़ितों को लुभावनी स्कीम का झांसा देकर करोड़ो रूपये जमा करा लिया गया. जैसे ही राशि के पूरे होने का समय नजदीक आया आरोपी पीडितों की रकम वापस न कर चिटफंड कंपनी को बंद कर फरार हो गए. जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 22/2016 धारा 420, 120 भादवि. निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 के तहत् अपराध दर्ज कर लिया गया.

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चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टरों को जल्द गिरफ्तार करने का सीएम ने दिया था निर्देश

मुख्यमंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ पुलिस को चिटफण्ड में संलिप्त फरार डायरेक्टरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर आवश्यक कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है. जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने शासन के मंशानुसार रायपुर पुलिस के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों सहित थाना प्रभारियों को रायपुर में दर्ज चिटफण्ड के प्रकरणों में विशेष रूचि लेकर प्राथमिकता के आधार पर प्रकरणों में संलिप्त डायरेक्टरों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए है. इसी क्रम में थाना तेलीबांधा में दर्ज उक्त प्रकरण के फरार डायरेक्टरों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। सायबर सेल एवं थाना तेलीबांधा की संयुक्त टीम द्वारा प्रकरण में आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में संलिप्त आरोपी संदीप पुरई के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई. आरोपी की उपस्थिति चौबीस परगना थाना फालता कोलकाता में होना पाया गया, कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी एवं नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन विरेन्द्र चर्तुवेदी द्वारा प्रभारी सायबर सेल एवं थाना प्रभारी तेलीबांधा को आरोपी को गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर निरीक्षक सोनल ग्वाला थाना प्रभारी तेलीबांधा के नेतृत्व में सायबर सेल एवं थाना तेलीबांधा की 06 सदस्यीय टीम को कोलकाता रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा चौबीस परगना थाना फालता पहुंचकर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया।

पहचान छिपाकर रह रहा था आरोपी

इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपी गौरंगो राय जो मुख्य आरोपी संदीप पारोई का सगा मामा है के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई, जो अपनी पहचान छिपाकर छद्म नाम से कलकत्ता के किसी दूसरे कंपनी में काम कर रहा था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अपनी पहचान छिपाकर उसी कंपनी के बाहर एजेंट बनकर लगातार 07 दिन तक आरोपी के उपर नजर रखे हुए थे.

टीम का एक सदस्य एजेंट बनकर आरोपी से किया संपर्क

इसी दौरान टीम का एक सदस्य एजेंट बनकर आरोपी गौरंगो राय से संपर्क किया तथा मिलने हेतु बुलाया एवं टीम के अन्य सदस्य आरोपी को पकड़ने हेतु आसपास खड़े हो गए। आरोपी आकर टीम के सदस्य से बात कर रहा था एवं आसपास खड़े अन्य लोगों को देखा तो उसे शक हो गया और वह भागने का प्रयास करने लगा जिसे टीम के सदस्यों द्वारा दौड़ाकर पकड़ा गया. आरोपी गौरंगो राय को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया।

आरोपी डायरेक्टर आशीष सरकार की हो चुकी है मौत

उक्त चिटफण्ड के प्रकरण में आरोपी डायरेक्टर आशीष सरकार की मृत्यु हो चुकी है। संदीप पोराई एवं शहाबुद्दीन खान फरार है। संदीप पोराई के नाम पर करोडा़े की सम्पत्ति एवं दो बड़े होटलों की जानकारी प्राप्त हुई है। संदीप पोराई के विरूद्ध कोलकाता में अलग-अलग थानों में अपराध पंजीबद्ध है।प्रकरण में शेष फरार आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।

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