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Shani Jayanti: 148 साल बना संयोग, सुर्य ग्रहण के साथ शनिदेव जंयती, भूलकर भी ना करें ये काम….नहीं तो हो सकते है कंगाल

नई दिल्ली। 10 जून को शनि की जयंती (Shani Jayanti) मनाई जाएगी. 148 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है कि शनि जंयती और सुर्य ग्रहण एक साथ पड़ रहा है. लेकिन भारत में सुर्य ग्रहण का असर नहीं देखने को मिलेगा. हां, लद्दाख के क्षेत्र और अरुणाचल के क्षेत्र में सुर्य ग्रहण का असर देखने को मिलेगा. शनि देव हर इंसान को कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं. शनि देव अपने भोग काल में उन्हीं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिनके कर्म बुरे होते हैं. अच्छे कर्म करने वालों पर शनि देव की सदैव कृपा बनी रहती है और उनकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती है. आइए जानते हैं इस दिन कौन से काम करने से बचना चाहिए.

  1. शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन घर में लोहे से बनी चीजें न लेकर आएं. शनि के विशेष काल में लोहे की वस्तुएं खरीदने से शनिदेव नाराज होते हैं और उनकी बुरी नजर आपको कंगाल कर सकती है.
  2. शनि जयंती के दिन पवित्र पौधे जैसे कि तुलसी, दुर्वा, बेल पत्र, पीपल के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. ऐसा करने से भी शनि का प्रकोप आपको घेर सकता है.
  3. इस दिन पैसों के लेन-देन से बचने की कोशिश करें. किसी व्यक्ति से कर्ज लेकर रुपया घर न लाएं. झूठ बोलने, क्रोध करने और किसी की संपत्ति पर कब्जा करने से भी बचें.
  4.  शनि जयंती पर बाल न कटवाएं, नाखून ना काटें. ऐसा करने से शनि आपकी आर्थिक तरक्की में रुकावट बन सकते हैं.
  5. शनि जयंती के दिन कोरे वस्त्र यानी नए कपड़े या नए जूते-चप्पल नहीं खरीदने चाहिए. इस तरह की नई चीजें खरीदकर घर लाना शुभ नहीं माना जाता है.
  6. इस दिन घर पर तेल नहीं लाना चाहिए और न ही तेल से शरीर पर मालिश करनी चाहिए. इसके अलावा शनिवार (Saturday)  को शनिदेव (ShaniDev) को तेल में काले तिल चढ़ाने से लाभ होता है.
  7. शनि जयंती के दिन कांच की वस्तुएं खरीदना वर्जित माना गया है. यानी इस दिन बाजार से शीशे की वस्तुएं खरीदकर घर नहीं लानी चाहिए.

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