Chhattisgarh

Chhattisgarh फार्मेसी कौंसिल में सदस्य मनोनीत करने IPA ने उठाई आवाज, श्रीकांत राजिमवाले को बदलने की मांग

 रायपुर। (Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी कौंसिल पिछले तीन वर्षो से कार्यरत नहीं है | कौंसिल में पिछले तीन वर्षो से एक भी मीटिंग नहीं हुई है | छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी कौंसिल के रजिस्ट्रार श्रीकांत राजिमवाले कार्यालय में पिछले कई वर्षो से बैठे नहीं है | फार्मेसी कौंसिल ऑफ इंडिया (PCI) के पारित आदेशानुसार केवल पंजीकृत फार्मासिस्ट को ही स्टेट फार्मेसी कौंसिल में रजिस्ट्रार नियुक्त किया जाना है| कौंसिल कार्यालय केवल रबर स्टैम्प कार्यालय बनकर रह गया है | (Chhattisgarh) रजिस्ट्रार के नाम का सिल का उपयोग करके कौंसिल कर्मचारी केवल पंजीयन का कार्य कर रहे हैं | संगठन को राज्य भर के फार्मासिस्टों की ओर से लगातार यह शिकायत भी प्राप्त हो रही है कि कौंसिल कार्यालय अपने निर्धारित समय 10:30 बजे नहीं खुलता है एवं कर्मचारियों द्वारा पंजीयन हेतु घुस के रूप में अतिरिक्त रुपयों की मांग की जाती है |

(Chhattisgarh) फार्मासिस्टों द्वारा घुस नहीं दिए जाने पर उनका पंजीयन तीन-तीन माह तक नहीं किया जा रहा है | राज्य सरकार द्वारा छ.ग. स्टेट फार्मेसी कौंसिल में सदस्य मनोनीत नहीं करने के कारण भी कौंसिल का कार्य प्रभावित हो रहा है किसी प्रकार के नितिगत निर्णय राज्य के फार्मासिस्टों के हित में नहीं लिए जा रहे हैं | वर्ष 2017 में हुवे निर्वाचन के चार वर्ष हो चुके लेकिन कोरम पूरा नहीं होने के कारण छ.ग. स्टेट फार्मेसी कौंसिल में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य अधिकारियो की नियुक्ति/निर्वाचन नहीं की जा सकी है |

संगठन ने प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय अलोक शुक्ला जी को पत्र लिखकर कौंसिल के सुचारु सञ्चालन की मांग की है साथ ही फार्मेसी कौंसिल ऑफ इंडिया के रजिस्ट्रार श्रीमती अर्चना मुद्गल को भी इस हेतु राज्य सरकार से पत्राचार करने की मांग की है |

हाल ही में आयोजित प्रदेश स्तरीय फार्मासिस्ट सम्मलेन में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को इस हेतु मांग पत्र संगठन की ओर से दिया गया है |

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