रायपुर

CGPSC 2020 Result: आशुतोष और पीयूष की सफलता, लाखों का सैलरी पैकेज छोड़ें, एक साथ शुरू की CGPSC की तैयारी, एक साथ बने डिप्टी कलेक्टर

रायपुर। (CGPSC 2020 Result) एनआईटी में एक साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. फिर 3 साल से दोनों ने सीजीपीएससी की तैयारी एक साथ शुरू की. अब आशुतोष देवांगन और पीयूष तिवारी ने सीजीपीएसी 2020 की परीक्षा पास कर ली है.

(CGPSC 2020 Result) इनकी कहानी भी बेहद दिलचस्प है. आशुतोष ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी हुई। लाखों का पैकेज भी हमें मिला। हमने साथ में काम भी किया। फिर लगा कि अब हमें अधिकारी बनने की तैयारी करनी चाहिए। लाखों का जॉब छोड़कर फिर हम तैयारियों में जुट गए। (CGPSC 2020 Result) अब कल आए रिजल्ट में सिलेक्शन के बाद खुशियां दोगुनी हो गई है। दोनों ही दोस्तों को डिप्टी कलेक्टर की पोस्ट मिली है।

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 आशुषोत को पांचवीं और पीयूष को आठवीं रैंक मिली

सीजीपीएससी 2020 के नतीजों में आशुतोष को पांचवीं और उनके दोस्त पीयूष को आठवीं रैंक मिली है। आशुतोष देवांगन रायपुर के चांगोरा भाटा इलाके के रहने वाले हैं। आशुतोष ने बताया कि इंजीनियरिंग के बाद अदानी ग्रुप में उन्हें बतौर माइनिंग इंजीनियर की नौकरी मिली थी।

डीएसपी महिला के कामकाज से हुए प्रभावित

सरगुजा इलाके में कामकाज के दौरान एक महिला DSP अफसर के काम करने के तौर-तरीकों को देखकर आशुतोष और पीयूष दोनों ही प्रभावित हुए। तब दोनों ने CGPSC की तैयारी करने की ठान ली।

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रिस्क लिया तो मिली कामयाबी

आशुतोष ने बताया कि हर महीने उन्हें 50 से 60 हजार रुपए सैलेरी मिला करती थी। इस जॉब को छोड़ना दोनों दोस्तों के लिए ही बेहद बड़े रिस्क की तरह था। क्योंकि इतनी अच्छी सैलरी की जॉब से वह परिवार की कई जरूरतों को पूरा कर सकते थे। आशुतोष ने कहा कि हमने बड़ा रिस्क लिया तो हमें कामयाबी भी बड़ी मिली।

ढाई साल से नहीं मनाई दिवाली, अब होगा जश्न

आशुतोष ने बताया कि तैयारी के सिलसिले में वह परिवार से काफी दूर हो चुके थे। किसी भी सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाते थे। ज्यादा से ज्यादा समय उन्होंने अपनी तैयारी को ही दिया। CGPSC के सिलेबस को समझते हुए इंटरनेट में मौजूद स्टडी मटेरियल से तैयारी की।

कोचिंग के एक्सपर्ट से भी सलाह लेते रहे। आशुतोष बताते हैं कि दिवाली जैसे त्योहार को भी वह सेलिब्रेट नहीं कर पाते थे। मगर इस बार दिवाली से ठीक पहले आए रिजल्ट में मिली कामयाबी की वजह से परिवार में जश्न का माहौल और भी धमाकेदार हो चुका है। आशुतोष के पिता दुर्गेश देवांगन रियल एस्टेट का कामकाज देखते हैं। मां मंजू देवांगन गृहिणी हैं, बहन पूजा देवांगन छत्तीसगढ़ पुलिस में आरक्षक हैं।

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