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Balrampur: 4 दिन बाद मिला आरक्षक का शव, पनडुब्बी चिड़िया पकड़ने दोस्त गया था बांध, जाल डालकर शव को निकाला बाहर

लरामपुर। जिले के ग्राम दिवरीडांड़ बासेन स्थित उलिया बांध में पनडुब्बी चिड़िया पकड़ने दोस्त के साथ गया आरक्षक डूब गया। घटना 13 जनवरी की है। 4 दिनों की तलाश के बाद भी आरक्षक का पता नहीं चला। तब सोमवार को तातापानी के बंगाली मछुआरों व एसडीआरएफ टीम ने जाल डालकर आरक्षक का शव बरामद किया। आरक्षक की मौत से परिवार सदमे में हैं।

परिजनों ने दी पुलिस को सूचना

जानकारी के अनुसार बासेन निवासी प्रदीप बड़ा 36 वर्षीय बलरामपुर जिले के बलंगी पुलिस चौकी में पदस्थ था। वह अवकाश में घर आया था और अपने साथी पतरस के साथ गुरुवार 13 जनवरी की दोपहर उलिया बांध में पनडुब्बी पक्षी पकड़ने गया था। बांध में पानी अधिक होने का वह अनुमान नहीं लगाया पाया और गहराई में डूब गया। उसका दोस्त पानी से बाहर आ गया। काफी देर तक प्रदीप के वापस नहीं लौटने पर पतरस ने उसके परिजनों के साथ ही पस्ता पुलिस को सूचना दी। परिजनों, ग्रामीणों के साथ ही पस्ता पुलिस भी मौके पर पहुंची व स्थानीय गोताखोरों की मदद से डूबे आरक्षक की तलाश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली।

अंबिकापुर से और बलरामपुर से बुलाए गए थे गोताखोर

पस्ता पुलिस ने दूसरे दिन एसडीआरएफ की टीम अंबिकापुर से और बलरामपुर से गोताखोरों को बुलाकर आरक्षक की खोजबीन शुरू कर दी थी। लगातार चार दिनों की तलाश के बाद भी आरक्षक का शव बरामद नहीं हो पाया था। आखिरकार पांचवें दिन आज 3:00 बजे तातापानी से आए बंगाली मछुआरों और एसडीआरएफ अंबिकापुर और बलरामपुर के द्वारा जाल की मदद से आरक्षक के शव को बरामद कर पानी से बाहर निकल लिया गया। पस्ता पुलिस ने शव का पीएम करा परिजनों के सुपुर्द किया है।

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